पिछले सप्ताह में सेंसेक्स ने 62 अंकों की गिरावट दर्ज की और बंद होकर 64886 अंकों पर पहुंचा, जबकि निफ्टी 19265 अंकों पर बंद हुआ। इस दौरान शेयर बाजार में पांचवें हफ्ते तक गिरावट देखने को मिली। घरेलू इवेंटों की कमी के कारण आगामी सप्ताह में बाजार की दिशा ग्लोबल मार्केट के क्रियाकलाप और विदेशी निवेशकों की गतिविधियों पर निर्भर रहेगी। पिछले हफ्ते FII ने 1901 करोड़ रुपए और DII ने 8496 करोड़ रुपए की खरीदारी की।
28 अगस्त को रिलायंस की बैठक के साथ ही बाजार के प्रतिष्ठान व्यक्तित्वों पर भी नजर होगी। Reliance AGM में स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने बताया कि बाजार पर इसका बड़ा प्रभाव हो सकता है। इसके अलावा, आगामी सप्ताह के दौरान 31 अगस्त को घरेलू उत्पाद (GDP) के आंकड़ों का भी प्रकाशन होने वाला है, जिससे देश की आर्थिक स्थिति की स्पष्टता मिलेगी।
आगामी सप्ताह में वाणिज्यिक PMI इंडेक्स के आंकड़े भी सामने आएंगे जो देश की व्यापारिक गतिविधियों की दिशा निर्धारित करेंगे। समापन में, शुक्रवार को अमेरिकी बेरोजगारी दर और गैर-कृषि पेरोल आंकड़े भी प्रकाशित होंगे जो बाजार के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं।
Jio Financial Services
Jio Financial Services की हाल ही में हुई लिस्टिंग के साथ ही इसकी बाजार में चर्चा बढ़ गई है। आगामी Reliance AGM में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के बारे में अधिक जानकारी मिल सकती है, जिससे बाजार में उत्सुकता देखने को मिल सकती है।
HDFC सिक्योरिटीज के डिप्टी रीटेल रिसर्च प्रमुख दवर्ष वकील ने बताया कि निफ्टी ने 50 दिन की साधारण मूविंग एवरेज (SMA) को अप्रैल 2023 के बाद पहली बार पार किया है, जिससे बियरिश ट्रेंड की संकेत दिख रही है। निफ्टी के लिए 19050-19100 के स्तर पर त्वरित समर्थन है, जबकि 19375 के ऊपर क्लोजिंग नहीं होने पर ट्रेंड नकारात्मक रह सकता है।
SBI सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार, निफ्टी वर्तमान में 19200-19600 के बीच फंसा हुआ है। त्वरित समर्थन क्षेत्र 19170-19200 के पास है। अगर यह स्तर तोड़ता है, तो निफ्टी में 18950-18850 की ओर कोरेक्शन की संभावना है। वर्तमान में 19430-19450 के बीच निफ्टी के लिए प्रतिबंध है, जबकि बाजार में स्टॉक स्पेसिफिक एक्शन की उम्मीद है। निवेशकों से ओवर लेवरेज का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी गई है और वे बचते हुए फैसलों पर ध्यान देने की सलाह दी गई है।